TUNDI: मारने के बाद हाथियों के झुंड ने लाश को भी कर दिया है गायब? पढ़िए पूरी ख़बर
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धनबाद(DHANBAD): टुंडी में चार दिनों से जमे हाथियों के झुंड में दो बच्चे भी है. शायद ,उनकी सुरक्षा को लेकर डेरा डाले हाथियों का दल अब काफी आक्रामक हो गया है. पश्चिमी टुंडी में शनिवार की शाम हाथियों के झुंड ने नेमोरी और बंगारो के बीच बाजरे के खेत में एक युवक को कुचलकर मार डाला. मारने के बाद लाश को इस तरह से कुचला कि लाश के परखच्चे उड़ गए थे. हाथियों के सामने वन विभाग के प्रशिक्षित मशालची भी जाने से डर रहे है. घटना के बाद से फॉरेस्ट विभाग के कुछ फॉरेस्ट गार्ड कैंप किए हुए है. लेकिन वह कुछ कर नहीं पा रहे है. इन दोनों गांव के बीच काफी मात्रा में बाजरे की खेती की गई है. गिरिडीह के पीरटांड़ इलाके से आए यह हाथियों के आक्रामक झुंड बाजरे के खेत को निशाना बना रहे है. हाथियों का झुंड जब पहुंचा तो कई गांव के लोग जमा हो गए और खेत से निकालने के लिए पटाखा और मशाल लेकर एकत्रित हो गए.
भाग रहे हाथियों के झुंड में से एक पलटा और ले ली जान
हाथियों के झुंड में दो बच्चे हैं, जिनकी सुरक्षा को लेकर हाथी काफी आक्रामक दिख रहे है. ग्रामीणों ने पटाखे और मशाल लेकर खदेड़ना शुरू किया, तो हाथियों के झुंड ने पहले तो भागना मुनासिब समझा. इसी क्रम में हाथियों के झुंड में से एक विशालकाय हाथी पलटा और एक ग्रामीण सुकुर टुडू को कुचलकर मार दिया. मारा ही नहीं, कुछ देर तक लाश को कुचलते रहा . पश्चिमी टुंडी में लगातार चार दिनों से हाथियों का झुंड डेरा जमाए हुए है. लोग बताते हैं कि कुचलने वाला हाथी काफी गुस्से में था. वह मारने के बाद शव को लगातार पैर से कुचल रहा था. इसके पहले हाथियों ने खेतों को नुकसान पहुंचाया. फिर इलाके के दो मंदिरों में तोड़फोड़ की. शनिवार को एक युवक की जान ले ली. इस घटना के बाद से टुंडी इलाके में दहशत का माहौल है. लोग अब इतना डर गए हैं कि हाथियों के पास जाना उचित नहीं समझते, वन विभाग के ट्रेंड मशालची भी अपने को विवश पा रहे है. झुंड में बच्चा होने के कारण हाथी उनकी सुरक्षा को लेकर काफी आक्रामक दिख रहे है. इस बीच रविवार को लोग बताते है कि लाश का भी पता नहीं चल रहा है. हाथी शायद खींचकर कही लेकर चले गए है. शनिवार की रात को तो डर से लाश के पास कोई गया ही नहीं.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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