दुमका में अवैध लॉटरी के काले कारोबार का खुलाशा, 6 आरोपी गिरफ्तार

दुमका(Dumka): दुमका नगर थाना की पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर सोमवार की रात रसिकपुर दासपाड़ा में छापेमारी कर एक घर में लॉटरी के अवैध टिकटों की बिक्री करने वाले छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने अपराधियों के पास से करीब दस लाख के नागालैंड सरकार के लॉटरी टिकट, एक लैपटाप, 1 प्रिंटर, हिसाब किताब की डायरी, दस मोबाइल, एक स्कूटी व बाइक भी बरामद की है. गिरफ्तार लोगों में रसिकपुर के नागेंद्र गुप्ता उर्फ मुन्ना, नयन दास, शिव कुमार, रामू कुमार दास, लखीकुंडी के मोहम्मद हैदर व मसलिया के हारोरायडीह निवासी नीतीश साह को मंगलवार की देर शाम जेल भेज दिया गया है.
गुप्त सूचना के आधार पर की गई कार्रवाई
नगर थाना के सहायक अवर निरीक्षक अजीत कुमार को पता चला कि रसिकपुर दासपाड़ा में भारी मात्रा में लाटरी टिकट की अवैध खरीद बिक्री हो रही है. उनकी सूचना पर एसडीपीओ नूर मुस्तफा और निरीक्षक नवल किशोर सिंह ने घर पर दबिश दी. पुलिस को घर के अंदर से छह युवक अवैध धंधा करते हुए मिले. हिरासत में लेने के बाद घर की तलाशी ली गई तो एक कमरे में नौ कार्टून में भरे करीब दस लाख के लॉटरी टिकट और बाकी सामान मिला. वहीं यह बात सामने आई कि नागेंद्र गुप्ता ही सारा अवैध धंधा चला रहा था. उसने पुलिस को इस अवैध खेल के पीछे शामिल लोगों के बारे में भी बताया, लेकिन पुलिस इससे साफ इंकार कर रही है.
पुलिस की कार्रवाई में उठ रहे है सवाल
उपराजधानी दुमका में लाटरी के अवैध कारोबार का यह कोई पहला मामला नहीं है. सालों भर जिले में लॉटरी का खेल चलता रहता है. समय-समय पर पुलिसिया कार्यवाई भी होती है. कुछ दिन शांत रहने के बाद फिर से यह धंधा जोर पकड़ लेता है. इस बार की पुलिसिया कार्यवाई में सबसे बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि छोटी छोटी सफलता और प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी देने वाली दुमका पुलिस इतनी बड़ी सफलता पर चुप्पी साधी रही. कल रात से ही इसके कयास लगाए जा रहे थे कि प्रेसवार्ता के माध्यम से पुलिस इस गोरखधंधे से पर्दा उठाएगी. दिन भर मीडिया कर्मी नगर थाना का चक्कर काटते रहे. पुलिस टाल-मटोल करती रही. शाम में जब सभी आरोपी को कोर्ट भेजा गया तो पुलिस द्वारा व्हाट्सएप्प ग्रुप में फ़ोटो और वीडियो के साथ प्रेस रिलीज जारी कर दिया गया. आखिर पुलिस इस मामले में दूरी क्यों बनाये हुए है यह अहम सवाल है.
रिपोर्ट:पंचम झा
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